COMPUTERIZED ACCOUNTING-SEMESTER -II TALLY
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TALLY
Tally क्या है और कैसे सीखे?
दोस्तों क्या आप जानते हैं की Tally क्या है? अगर आप किसी कंप्यूटर इंस्टिट्यूट में गए होंगे तो टैली कंप्यूटर कोर्स का नाम जरूर सुना होगा. इसके बारे में अक्सर लोग ये सवाल पूछते हैं की Tally करने के फायदे क्या हैं? अगर आपको इन सवालों के जवाब नहीं मालूम तो कोई बात नहीं।
क्यों की आज की पोस्ट मैंने Tally की जानकारी हिंदी में देने के लिए ही लिखा है. इसके साथ ही मैं आपको Tally का इतिहास भी बताऊंगा. आखिर टैली एकाउंटिंग का इस्तेमाल होना कब शुरू हुआ और इससे हम क्या क्या काम कर सकते हैं. ये सारी बातें हम आज यहाँ पुरे विस्तार से जानेंगे.
दोस्तों जैसा की हम जानते हैं की आज का ज़माना कंप्यूटर क्या है और हर काम के लिए इंसान कंप्यूटर की मदद लेते हैं. चाहे अंतरिक्ष जाना हो या एक बैंक, सरकारी कार्यालय हो या फिर एक फोटो प्रिंट कर के निकालना हर जगह कंप्यूटर का इस्तेमाल होता है. इसी कड़ी में बहुत सारी कंपनियों में अकाउंट से जुड़े कामों के लिए अलग अलग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं।
एकाउंटिंग के लिए Tally प्रयोग होने वाला काफी पॉपुलर एप्लीकेशन है. Tally किसे कहते हैं और Tally कैसे सीखे आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे? तो चलिए अब जानते हैं की आखिर Tally ERP 9 क्या है.
टैली क्या है – What is Tally in Hindi
Tally एक क्लाउड-आधारित अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो छोटे व्यवसाय मालिकों को अपने वित्त का प्रबंधन करने में मदद करता है। इसमें एक सहज ज्ञान युक्त इंटरफ़ेस है और कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर रीयल-टाइम अपडेट प्रदान करता है। ये सभी सुविधाएँ टैली को छोटे व्यवसायों के लिए सबसे अच्छे अकाउंटिंग टूल में से एक बनाती हैं।
Tally का अर्थ पैसे की गणना करना साथ ही उसका व्यस्थापन और संरक्षित करना हैं. इसके अलावा वस्तु कहाँ से खरीदी गयी कितने में खरीदी गई इन सभी कामो का रिकॉर्ड Tally में रखा जाता है.
एक ज़माना हुआ करता था जब लोग अपने बिज़नेस में होने वाले सभी वित्तीय लेन देंन को हाथ से लिख कर डॉक्यूमेंट और दस्तावेज में रखा करते थे. लेकिन अब वो वक़्त बीत चूका है. आज के समय में सभी प्रकार के व्यवसायों में कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है और अकाउंट से जुड़े बहुत सारे सॉफ्टवेयर में Tally सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है.
जब भी कंप्यूटर में अकाउंटिंग के काम के बारे में बात की जाती है तो सबसे पहला नाम जो दिमाग में आता है वो है Tally है. अकॉउंटिंग में बहुत तरह के पेचीदा गणना करना होता है वो कंप्यूटर में बिना सॉफ्टवेयर के नहीं किया जा सकता है. इस तरह के मुश्किल कैलकुलेशन करने के लिए ही Tally काम में लाया जाता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की Tally का इस्तेमाल तो भारत में होता है अलावा कई अन्य देशों में भी Tally बहुत प्रचलित है. ये सॉफ्टवेयर बहुत साडी कंपनियों और अकॉउंटिंग से जुड़े लोगो के रोज़मर्रा काम आने वाला सॉफ्टवेयर है।
लेकिन Tally की शुरुआत कैसे हुई ये बहुत कम लोगों को ही पता होगा. ये कितने काम का है ये तो अब आप समझ गए होंगे लेकिन इसकी जरुरत कब पड़ी इसी बात को चलिए आगे जानते हैं.
टैली आपको बिक्री और व्यय ट्रैक करने में कैसे मदद करता है?
टैली एक मुफ्त और उपयोग में आसान अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है। यह आपको अपने खर्चों और बिक्री को प्रबंधित करने में मदद करता है, जिससे आप अपने व्यवसाय के वित्त पर नज़र रख सकते हैं।
यह छोटे व्यवसायों, फ्रीलांसरों और किसी के लिए भी सही समाधान है, जिन्हें अपने वित्त पर नज़र रखने की आवश्यकता है। टैली एक मुफ्त अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो आपको अपने खर्चों और बिक्री का प्रबंधन करने में मदद करता है। यह आपको अपनी कंपनी के प्रदर्शन पर रिपोर्ट बनाने देता है, ताकि आप देख सकें कि कहां सुधार करना है या इसे कैसे विकसित करना है।
टैली एक सरल इंटरफ़ेस प्रदान करता है जो लेखांकन सॉफ़्टवेयर में बुनियादी कौशल वाले किसी भी व्यक्ति के लिए इसका उपयोग करना आसान बनाता है। इंटरफ़ेस सहज है और आपकी कंपनी के प्रदर्शन पर रिपोर्ट बनाने की क्षमता जैसी शक्तिशाली सुविधाएँ प्रदान करता है, जो आपको इस बारे में निर्णय लेने में मदद करेगा कि कैसे बढ़ना या सुधार करना है।
टैली का इतिहास
दोस्तों जैसा की मैंने पहले ही बता दिया है की Tally का निर्माण भारत के बैंगलोर स्थित कंपनी में कियस गया है. लेकिन Tally Solution कंपनी को पहले Peutronics के नाम से जाना जाता था. क्या आप जानते है टैली के जनक कौन है?
सन 1986 में श्याम सुन्दर गोयनका और उनके बेटे भारत गोयनका ने मिलकर बनाया था. उस वक़्त श्याम सुन्दर गोयनका एक कंपनी चलाया करते थे जिससे की दूसरे प्लांट्स और टेक्सटाइल मिल्स को कच्चा माल और मशीन पार्ट्स सप्लाई करते थे.
तो इस बिज़नेस को मैनेज करने के लिए उनके पास कोई ऐसा सॉफ्टवेयर नहीं था जिससे वो अपना हिसाब किताब आसानी से कर सके.
तब उन्होंने अपने बेटे से कहा की एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाओ जिससे हम अपने बिज़नेस को आसानी से मैनेज कर सके. भारत गोयनका जो की मैथमेटिक्स में ग्रेजुएट थे उन्होंने अकॉऊंटिंग एप्लीकेशन के लिए सबसे पहला संस्करण MS – DOS एप्लीकेशन के रूप में लांच किया. इस में सिर्फ बेसिक अकॉउंटिंग फंक्शन थे. जिसका नाम Peutronics financial Accountant रखा गया.
1988 में इस प्रोडक्ट का नाम बदलकर पहली बार Tally रखा गया.
1999 में इस कंपनी ने formally कंपनी का नाम बदलकर Tally Solutions रखा.
2001 के साल में Tally के नए संस्करण यानि Tally 6.3 को लांच किया गया. ये संस्करण से थोड़ा एडवांस था क्यों की इस में Accounting के अलावा Educational उद्देश्य से उपयोग करने की योग्यता थी. इसके साथ इस में License की सुविधा भी दी गई.
सन 2005 में Tally को और भी अच्छा डिज़ाइन के साथ बाजार में उतारा गया जिसमे सबसे मुख्या फीचर था Value Added Taxation (VAT). जो की भारतीय कस्टमर्स के लिए बहुत उपयोगी था. ये Tally 7.2 version था.
2006 में Tally के 2 version को release किया गया जिनमे से एक Tally 8.1 था और दूसरा Tally 9. ये Tally के maultilingual version थे.
2009 में इस कंपनी ने Tally ERP 9 एक Business management solution रिलीज़ किया.
2016 में GST Server और Tax Payers के बिच में interface के रूप में GST सुविधा प्रदान करने के लिए Tally Solutions को चुना गया और 2017 में कंपनी ने बिलकुल अपडेटेड GST Compliance Software लांच किया.
टैली कोर्स करने के फायदे
टैली एक साधारण लेखा सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग किसी भी व्यवसाय के वित्तीय लेनदेन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है। इसे उपयोग में आसानी के लिए डिजाइन किया गया है और इसके कई फायदे हैं।
टैली के कुछ प्रमुख लाभ हैं:
इसका उपयोग करना आसान है और इसके लिए किसी प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं है, जो इसे नए उद्यमियों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।
सॉफ्टवेयर कई भाषाओं में उपलब्ध है और इसका उपयोग कोई भी कर सकता है, चाहे वे किसी भी देश से हों।
टैली का एक नि: शुल्क परीक्षण संस्करण है जो उपयोगकर्ताओं को पूर्ण संस्करण खरीदने से पहले सुविधाओं और कार्यक्षमता को समझने में मदद कर सकता है।
सॉफ्टवेयर कई तृतीय पक्ष अनुप्रयोगों जैसे कि QuickBooks, Xero, Paypal आदि के साथ एकीकृत होता है।
Tally Versions – टैली कितने प्रकार के होते हैं?
टैली अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। कंपनी हर साल अपने प्रोडक्ट के नए वर्जन लेकर आती है। TallyPrime कंपनी का नवीनतम संस्करण है। यह छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए क्लाउड-आधारित लेखा समाधान है।
Tally Version Release Date
Tally 4.5 1990
Tally 5.4 1996
Tally 6.3 2001
Tally 7.2 2005
Tally 8.1 2006
Tally 9 2006
Tally ERP 9 2009
TallyPrime 2020
टैली कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है?
Tally Course के लिए पाठ्यक्रम संरचना को पाँच खंडों में विभाजित किया गया है:
Tally Basics – इस सेक्शन में अकाउंटिंग की मूल बातें शामिल हैं, जैसे डबल-एंट्री अकाउंटिंग, डेबिट और क्रेडिट और अकाउंट।
Accounting Software – यह खंड टैली की विभिन्न विशेषताओं पर चर्चा करता है, जैसे कि इसका इंटरफेस और रिपोर्ट।
Accounting Software – यह खंड छात्रों को वित्तीय विवरणों और उन्हें पढ़ने के तरीके से परिचित कराता है।
Business Analysis – यह खंड छात्रों को अपने व्यवसाय को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए पूर्वानुमान, ब्रेक-ईवन विश्लेषण और लागत अनुमान जैसी व्यावसायिक विश्लेषण तकनीकों से परिचित कराता है।
Accounting Systems – अंतिम खंड में वैट, जीएसटी और टीडीएस जैसी लेखा प्रणालियों को विस्तार से शामिल किया गया है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि भारतीय लेखा मानकों का उपयोग करके भारत में उनकी गणना कैसे की जाती है।
टैली कैसे सीखे?
इस सॉफ्टवेयर को सीखने के कई तरीके हैं। आप किसी संस्थान से कोर्स कर सकते हैं या आप इसे इंटरनेट से सीख सकते हैं या आप इसे YouTube वीडियो से भी सीख सकते हैं।
दोस्तों शुरुआत में जब आप Tally में काम करने जाते हैं तो ये काफी मुश्किल लगता है. टैली सीखना इतना आसान नहीं है, और मेरी माने तो इतना मुस्किल भी नहीं है. एक तो इसमें माउस का काम नहीं होता बल्कि सारा काम कीबोर्ड से करना होता है. साथ ही इस पर काम करना आसान है लेकिन अगर आप इस के बारे में सिख जाते हैं तो।
Tally के बेसिक फंक्शन मेसिख जाने के बाद आप को इस पर काम करने में भी मज़ा आने लगेगा.
तो चलिए थोड़ा टैली कैसे सीखे हिंदी में के बारे में जान लेते हैं.
Capital – जब कोई पैसा व्यापर के लिए लगता है तो उस रकम को capital बोलते हैं. इसके अलावा इसे equity भी बोलते हैं.
Transaction – लेन देन करने के प्रोसेस को ही ट्रांज़ैक्शन बोलते हैं. इसमें सर्विसेस और प्रोडक्ट्स का एक्सचेंज किया जाता है.
Discount – अपनी प्रोडक्ट और सेवा के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए जब कोई कंपनी मालिक अपने कस्टमर को डिस्काउंट के रूप में कुछ रकम वापस देता है. Discount 2 तरह के होते हैं.
Trade Discount – ये डिस्काउंट सेलर अपने कस्टमर को लिस्टेड प्राइस पर प्रेजेंट के रूप में देता है.
Cash Discount – ये कस्टमर को सही समय पर बिल करने पर कॅश के रूप में दिया जाता है.
Liability – ये वैसे सामान होते हैं जो किसी से कर्ज के रूप में लिए जाते हैं.
Assets – बिज़नेस से जुडी जितने भी चीज़ें होती हैं उन्हें Assets बोला जाता है.
ये तो बस कुछ बेसिक शब्द हैं जो Tally से जुड़े हैं. आप टैली कोर्स कर के पूरी जानकारी ले सकते हैं. इसके लिए आप अपने नजदीकी computer institute में join करिए, या फिर आप YouTube का मदद भी ले सकते है।
Tally का फूल फ़ॉर्म क्या है?
Tally का फूल फ़ॉर्म है Transactions Allowed in a Linear Line Yards।
टैली कोर्स कितने दिनों का होता है?
टैली कोर्स 1 महीने, 2 महीने या 3 महीने तक चल सकता है।
आज आपने क्या सीखा
दोस्तों आपको ये पोस्ट टैली क्या है और टैली कैसे सीखे कैसी लगी? आपने आज ये भी जाना टैली कैसे सीखे, इसका इतिहास क्या है? साथ ही ये भी जाना की इसके फायदे क्या है. आज के इस बढ़ते हुए कम्पेटेशन में जॉब करने के लिए क्या करे समझ नहीं आता. ये स्टूडेंट्स को करियर बनाकर अच्छी जॉब हासिल करने के लिए बहुत मदद करता है.
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