संदेश

अप्रैल, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण टॉपिक

चित्र
परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण टॉपिक  

2 मई, 2022 को आयोजित होने वाली विश्वविद्यालय परीक्षा के संभावित स्थगन की सूचना

चित्र
 2 मई, 2022 को आयोजित होने वाली विश्वविद्यालय परीक्षा के संभावित स्थगन की सूचना अब यह परीक्षा 4 मई को 2022 को संपन्न हो सकती है। इस संबंध में विस्तृत सूचना हेतु विश्वविद्यालय का यहां दिया गया आदेश देखें।

चेहरे की चमक दमक पाये

चित्र
 चेहरे की चमक दमक का वायदा हम सब चाहते हैं कि हमारी स्किन ग्लो करे, और सच मानिये यह कोई मुश्किल काम भी नहीं है l इसके लिए ज़रूरी है कि हम कुछ बातों का खास ध्यान रखें l ग्लोइंग स्किन पाने के लिए कुछ अलग से करने की ज़रूरत नहीं है, बस अपने रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ ब्यूटी टिप्स को अपनाना है l यूं तो बाज़ार में कई तरह के ट्रीटमेंट मौजूद हैं, लेकिन वे सबकी स्किन को सूट नहीं करते l इसलिए चमकदार त्वचा पाने के लिए हम घरेलू नुस्खे आजमा सकते हैं l आइए जानते हैं कि ग्लोइंग फ़ेस के लिए हम क्या करें ताकि हमारी स्किन देखकर सब कह उठें “वाह चेहरे की चमक तो देखो”! चेहरा चमके और खूबसूरती निखरे, यह ख्वाहिश आज हर लड़की की है, फिर चाहे उसकी उम्र कुछ भी हो l अपने चेहरे पर चमक लाने के उपाय के लिए घर और किचन में कई ऐसी चीजें मौजूद हैं, जिनकी मदद से हम अपने चेहरे को चमका सकते हैं l कुछ अच्छी आदतें भी ग्लोइंग स्किन पाने में आपकी सहायक बन सकती हैंl 1. अच्छी नींद लें – Get good sleep दिन भर काम करना, रात को देर तक जागना और 8 घंटे की पूरी नींद न लेना आपकी स्किन के लिए अच्छा नहीं है l यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्

Women in Armed Forces

चित्र
 Women in Armed Forces All wings of the Indian Armed Forces allow women in combat roles (junior ranks)[clarification needed] and combat supervisory roles (officers). Indian Air Force had 13.09% and 8.50%, Indian Navy 6% and 3% women, and Indian Army 3.80% and 3% in December 2018 and December 2014 respectively. Women of the Naval Wing of Women's Auxiliary Corps (India), 1945 As of 2020, three officers have been granted the rank of three star general of above, all of whom are from the Medical Services. In May 2021, 83 Women were inducted as Jawans for the first time in the Indian Army, the Jawans were taken in the Corps of Military Police. History In 1888, the role of women in the Indian army began when the "Indian Military Nursing Service" was formed during the British Rule. During 1914–45, British Indian Army nurses fought in World War I (1914–18) and World War II (1939-45), where 350 British Indian Army nurses either died or were taken prisoner of war or declared missing

FUTURE OF DIGITAL MARKETING

चित्र
 What is the future scope of the digital marketing industry? Marketing is done through digital mediums like the Internet, search engines, social media, blogs, video channels, websites, and applications, which is known as digital marketing. This is the fastest-growing form of marketing owing to its reach, cost-effectiveness, measurability, and accuracy. It is overtaking all marketing platforms and will soon become the primary form of marketing. Scope Of Digital Marketing For Business:- Businesses in the country are becoming digitally aware, and realizing the potential of digital marketing. Therefore, many of them are investing in digital marketing to have a strong online presence and sell their product and services to potential customers. Scope Of Digital Marketing For Jobs/Career:- Digital marketing has many different aspects like copy, design, technology, social media, marketing, finance, and business development. Therefore, with the growth of digital marketing, all these aspects will

अनिवार्यय सैनिक शिक्षा एवं सेवा

चित्र
  अनिवार्यय सैनिक शिक्षा एवं सेवा आज हम सैनिक शिक्षा पर निबंध अर्थात वर्तमान समय में अनिवार्य सैनिक शिक्षा का महत्व एवं आवश्यकता पर बच्चों के लिए हिंदी निबंध बता रहे हैं। कई दृष्टिकोण से समाज में स्वैच्छिक सैनिक शिक्षा महत्वपूर्ण हैं. हम यहाँ उत्तरी कोरिया और इजरायल इन दो देशों की बता करें, तो यहाँ के सभी नागरिकों को सैन्य प्रशिक्षण लेना अनिवार्य माना जाता हैं. 18 से 21 वर्ष की आयु तक के युवक युवतियों को बकायदा सेना में अपनी निशुल्क सेवाएं देनी होती हैं. इस तरह के कठोर सैन्य प्रशिक्षण की न तो आवश्यकता है न हमारे देश में इसे ठीक परम्परा माना जाता हैं. मगर स्वैच्छिक रूप से सैनिक शिक्षा अर्जन की अभेच्चा रखने वाले नागरिकों को यह अवसर सुलभ कराया जाना चाहिए. इस तरह के प्रशिक्षित युवा देश की रिजर्व आर्मी की तरह बहुमूल्य सम्पदा बन जाते है राष्ट्रीय सुरक्षा की किसी अपाल स्थिति में इनका उपयोग राष्ट्र हित में किया जा सकता हैं. प्रस्तावना- सैनिक शिक्षा का प्राचीन स्वरूप- वर्णाश्रम व्यवस्था भारतीय संस्कृति की उदात्त परम्परा थी. उनमें सामाजिक व्यवस्था जाति, वर्ण एवं कर्म के अनुसार थी. सैनिक शिक्षा क

सैन्य विज्ञान

चित्र
सैन्य विज्ञान सैन्य विज्ञान (Military Science) के अन्तर्गत युद्ध एवं सशस्त्र संघर्ष से सम्बन्धित तकनीकों, मनोविज्ञान एवं कार्य-विधि (practice) आदि का अध्ययन किया जाता है। भारत सहित दुनिया के कई प्रमुख देश जैसे अमेरिका, इजराइल, जर्मनी, पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, रूस , इंगलैंड , चीन , फ्रांस, कनाडा , जापान , सिंगापुर , मलेशिया में सैन्य विज्ञान विषय को सुरक्षा अध्ययन (Security Studies) , रक्षा एवं सुरक्षा अध्ययन (Defence and Security Studies) , रक्षा एवं स्त्रातेजिक अध्ययन (Defence and Strategic studies) , सुरक्षा एवं युद्ध अध्ययन नाम से भी अध्ययन-अध्यापन किया जाता है। सैन्य विज्ञान ज्ञान की वह शाखा है जिसमें सैनिक विचारधारा, संगठन सामग्री और कौशल का सामाजिक संदर्भ में अध्ययन किया जाता है। आदिकाल से ही युद्ध की परम्परा चली आ रही है। मानव जाति का इतिहास युद्ध के अध्ययन के बिना अधूरा है और युद्ध का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी मानव जाति की कहानी। युद्ध मानव सभ्यता के विकास के प्रमुख कारणों में से एक हैं। अनेक सभ्यताओं का अभ्युदय एवं विनाश हुआ, परन्तु युद्ध कभी भी समाप्त नहीं हु