फ्यूचर ट्रेंड के हिसाब से कराई जाएगी बच्चों की पढ़ाई, - देशभर में खुलेंगे 50 सेंटर फॉर फ्यूचर स्किल्स सेंटर
फ्यूचर ट्रेंड के हिसाब से कराई जाएगी बच्चों की पढ़ाई,
देशभर में खुलेंगे 50 सेंटर फॉर फ्यूचर स्किल्स सेंटर
देश में ऐसा पहला सेंटर उत्तर प्रदेश के मेरठ में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में बनाया जाएगा.
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), मेरठ के चौधरी सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) में एनएसडीसी एकेडमी के तहत फ्यूचर स्किल्स का एक अत्याधुनिक सेंटर बनेगा.
देशभर में जिस समय रोजगार को लेकर बहस छिड़ी है उसे समय केंद्र सरकार स्किल डेवलपमेंट को लेकर एक नया प्रयोग शुरू कर रही है. युवाओं को इंडस्ट्री और उसमें इस्तेमाल होने वाली नई तकनीक के मुताबिक रोजगार मिल पाए इसलिए फ्यूचर स्किल सेंटर बनाने की शुरुआत देशभर में की जा रही है.
मेरठ में बनेगा पहला सेंटर
देश में ऐसा पहला सेंटर उत्तर प्रदेश के मेरठ में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में बनाया जाएगा. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) में एनएसडीसी एकेडमी के तहत फ्यूचर स्किल्स का एक अत्याधुनिक सेंटर बनेगा. जिससे युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, हेल्थकेयर/पैरामेडिकल और लैन्गुएजेस जैसे नए टेक्नोलॉजी कोर्सो में सशक्त बनाया जा सकेगा. इसके अलावा, स्पोर्ट्स फिजिकल एजुकेशन फिटनेस एंड लीजर स्किल्स काउंसिल (एसपीईएफएल-एससी) सीसीएसयू में एक मैन्युफैक्चरिंग-कम ट्रेनिंग फैसिलिटी भी स्थापित कर रही है, जो सीएसआर पहल के माध्यम से फंड की गई है.
शनिवार को यूनिवर्सिटी परिसर में केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयन्त चौधरी की मौजूदगी में दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. पहला समझौता ज्ञापन एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेद मणि तिवारी तथा सीसीएसयू की वाइस चांसलर प्रो. संगीता शुक्ला के बीच हुआ, जिसका उद्देश्य स्किल डेवलपमेंट को मेनस्ट्रीम एजुकेशन के साथ जोड़ना है. दूसरा समझौता एसपीईएफएल-एससी के सीईओ तहसीन जाहिद तथा प्रो. संगीता शुक्ला के बीच हुआ, जिसका उद्देश्य बैडमिंटन रैकेट तथा शटलकॉक के मैन्युफैक्चरिंग-कम-ट्रेनिंग सेन्टर में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की 600 महिला उम्मीदवारों को सशक्त बनाना है.
इस मौके पर जयंत चौधरी ने कहा, "मेरठ में यह सेंटर ऑफ फ्यूचर स्किल्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हेल्थकेयर, मशीन लर्निंग आदि जैसे नए युग के कोर्सों में छात्रों के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण ट्रेनिंग की सुविधा के लिए एक शानदार पहल है. छात्रों को अपने कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए अवसर और प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं.
एनएसडीसी और सीसीएसयू के बीच यह साझेदारी छात्रों को नई टेक्नोलॉजी में कोर्स करने में सक्षम बनाएग जो इस तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण है. एनएसडीसी एकेडमी की सेंटर ऑफ फ्यूचर स्किल्स को शुरू करने की यह पहल छात्रों को हेल्थकेयर ट्रेनिंग सीखने और सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करेगी जिससे उनके लिए कई नए रास्ते खुलेंगे.”
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें