परिवार की सच्ची लीडरशिप का नमूना
यह कहानी उस बाप के बारे में है।जिसने एक बार खेत में काम करते हुए 0अपने बच्चो के दादा से पूछा बापू "क्या जिंदगी मुश्किलों भरी है?
तब उसके बच्चो के दादा ने कहा बिल्कुल जिंदगी बहुत मुश्किल हालातो से गुजरती है। लेकिन यदि हम सही काम करते है अपने रिश्तों और व्यवहार को बेहतर रखते है।तो इस जिंदगी का अंत इसकी शुरुआत से कही ज्यादा अच्छा होता है।
उस बाप ने खेत में खेलते अपने बच्चो की तरफ देखा और दिल में सोचा"इन बच्चों को सही मूल्यों/सिद्धांतो, मेहनत,समर्पण,सहयोग के साथ बड़े होते हुए देखना कितना अच्छा होगा।
जब रात होने लगी तो गीदड़ के रोने की आवाज से बच्चे बड़े डरे हुए थे। मां इसी डर के सहारे उन्हें सुलाना चाहती थी।लेकिन बच्चे बिस्तर से निकलकर अपने पिता की खाट पर जा पहुंचे। बोले पिताजी हम जब तक आपके पास होते है तो हमे किसी चीज से डर नही लगता।
बाप ने यह सुनकर सोचा कि अपने बच्चों को दिल में हिम्मत लिए बड़े होते हुए देखने से अच्छा और क्या हो सकता है?
अगली सुबह बच्चो को अकेला खेत पर पानी लेकर भेजने को उनकी मां से बोल दिया। मां ने सुबह अपने बच्चो का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आराम से खेत में जाना। पानी नही बिखरना चाहिए। जो भी जानवर मिले तो अपने पिता का नाम लेकर कह देना हम फलाने चौधरी के बच्चे है। वो सब जानवर तुम्हारे पिताजी से डरते है।
बच्चे खेत में पहुंच गए।खेत में पहुंचने पर बच्चो ने कहा कि पिताजी अब हमे किसी से डर नही लगता। रास्ते में गीदड़ मिला हमने जोर से आपका नाम लिया और गीदड़ भाग गया।
उस बाप ने बच्चो से पानी लिया और खेत के चारो तरफ देखा।मन में सोचा आज का दिन बहुत अच्छा है। मेरे बच्चों ने डर पर काबू पाना सीख लिया है। और जोर से चिल्लाया मेरे बच्चे मेरी तरह बहादुर है। अब तुम इनके सामने भी आओगे तो ये नही डरेंगे। तुम इनसे डरकर भागोगे।यह सुनकर बच्चो की हिम्मत पूरी तरह उनके दिल में जगह कर गई।
फिर अगले दिन बाप अपने बच्चो को रात मे खेत की सिंचाई के लिए ले गया। बच्चो को अंधेरे के डर पर हिम्मत की जीत देने के लिए !!!! बच्चो को अंधेरे में हर हिलते हुए पेड़ पौधे फसलें झाड़ियां दिखाई। और बोला कि तुमने जितनी भी डर की काल्पनिक कहानियां सुनी है उनकी वजह से ये सब पेड़ झाड़ हवा से हिलते हुए तुम्हारे दिल में भ्रम पैदा करते है। जो चीज भ्रम पैदा करे पहले उसके नजदीक जाकर अपना भ्रम दूर करो। और अपनी हिम्मत का परिचय दो।
बाप खुश हुआ कि उसके बच्चो ने डर के कारण आने वाली सारी रुकावटों को समझ लिया है।
फिर कुछ दिन यही सिलसिला चलता रहा। बाप ने एक दिन खेत में हल जोड़ दिया और बच्चो को अपने साथ चलने को बोल दिया। कि आज जो शुरू से आखिर तक उसके साथ चलेगा। वो अपने घर में सबसे शक्तिशाली माना जाएगा। हल शुरू हुआ। बच्चे थकने लगे। लगा अब लड़खड़ाकर गिर जायेंगे। बाप आजमाइश को बढ़ाता जा रहा था। फिर काफी देर बाद उसने हल रोक दिया। और खुश हुआ बच्चो की पीठ थपथपाई आसमान की तरफ मू्ह करके चिल्लाया कि मेरे बच्चो को किसी भी मेहनत के काम में कोई नही थका सकता। बच्चे ये सुनकर बहुत खुश हो रहे थे और जिंदगी भर के लिए उनका उनकी मेहनत का कभी न थकने का भरोसा जाग गया था।
बाप अपने बच्चो के दादा की हर बात सुनता। हर बात मानता। हर रिश्ते को पूरा सम्मान देता। बच्चे देखते कि हमारे पिताजी सारा काम करते है फिर भी सबकी सुनते है।कभी गुस्सा नही करते। बच्चो को अपने व्यवहार से प्रभावित होता देख। बाप अंदर ही अंदर खुश होता था कि आज शुरुआत कठिन है लेकिन इसका अंत सुकून के साथ होगा।
एक दिन बाप बूढ़ा और कमजोर हो गया।उसके बच्चे जवान और मजबूत बन गए। बच्चो ने जब उनके बाप को उनकी सख्त जरूरत थी। उन्होंने अपने बाप का हर बुरे वक्त में भी साथ दिया।
आखिर वो दिन आ गया जब बाप आखिरी सांसे गिन रहा था।उसने बच्चो को बुलाया ! बोला मैं आखिरी पड़ाव पर हूं मुझे यह एहसास है कि मेरी जिंदगी का अंत शुरुआत से कही बेहतर है। क्योंकि मेरे बच्चे इस जीवन में हर मुश्किल भरे रास्ते का सामना कर सकते है। फिर आगे तुम्हारे बच्चे भी!.....
बच्चो ने कहा पिता जी आप हमारे साथ एक परछाई बनकर रहोगे।और जैसे ही बाप ने आखिरी सांस ली। बच्चे एक दूसरे से कह रहे थे जैसा कि हमारे पिताजी है अब चाहे वो गुजर चुके है पर वो हमारे लिए सिर्फ एक याद भर नही है बल्कि आज भी वो हमारे सामने है। वह शरीर से अदृश्य हो चुके है लेकिन उनका एहसास हमेशा हमारे साथ रहेगा।
यह परिवार की सच्ची लीडरशिप का नमूना है। आजकल फिल्मे देखकर बच्चे पालने वाले , आधुनिक युग मे मां बाप होने की ट्रेनिंग का कोर्स भी करने लगे है। यह कोई नाटक नही है जिसका कोर्स करना पड़े। यह जिम्मेदारी है इसका अनुभव पीढ़ी दर पीढ़ी चलता है। जिसने भी अपनी जेनेटिक चेन तोड़ दी। उसके बच्चे जिंदगी की जिम्मेदारी से चूक जायेंगे।
Very nice 👌
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